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Sunday, September 2, 2018

What is the power of thoughts/words in hindi/ how words affect our reality in हिंदी



आपके विचार आपके जीवन को प्रभावित करते हैं

जो कुछ हम सोचते हैं  और जो कुछ हम बोलते हैं उसका हमारे जीवन पर गहरा असर पड़ता है, अक्सर हमारी सोच और शब्द हमारी सफलता और असफलता को निर्धारित करते हैं,

विचारों का हमारे जीवन में बड़ा मह्त्व है हमारी जिंदगी विचारों के पीछे चलती है, जैसा हम सोचेंगे वैसे ही बनते जायेंगे,


"मनुष्य का जीवन वैसा ही बनता है जैसे उसके विचार उसे बनाते हैं" -मार्क्स एयरलिस्टिक 



दरअसल विचार बीजों की तरह होते हैं, आप जिस चीज के बीज बोयेंगे वही फसल आपको काटने के लिए मिलेगी, यदि आप सकारात्मक बीज बोयेंगे, तो आपको सकारात्मक परिणाम मिलेंगे और यदि आप नकारात्मक विचार बोयेंगे तो आपको नकारात्मक परिणाम ही मिलेंगे,

यदि आप सोचते हैं की आप सफल होंगे, तो आप सफल होंगे यदि आप सोचते हैं की मैं खुस हूँ, स्वस्थ हूँ या सक्रिय हूँ तो आप वो ही बन जाते हैं,



एक व्यक्ति वैसा ही बनता है जैसा वह पूरा दिन सोचता है, -अल्फ वोल्डोएमर्सन 



लेकिन यदि आप कहेंगे की मैं असमर्थ हूँ, दुखी हूँ, तनाव से ग्रस्त हूँ तो आप धीरे धीरे वही बन जाते हैं,

आप जैसे बीज चुनते हैं वही बनते जाते हैं, यदि आपको आम का पेड़ चाहिए तो आप सेब का बीज नहीं बो सकते, आपको आम का बीज ही बोना पड़ेगा, ठीक इसी प्रकार यदि आप खुश रहना चाहते हैं तो आप लगातार लगातार दुखों के बारे में नहीं सोच सकते. आपको ख़ुशी के बारे में ही सोचना और बाते करनी चाहिए.

आपको वो बीज बदलने पड़ेंगे जो आपको पसंद नहीं और उन बीजों को अपनाना होगा जो आपको पसंद हैं, यदि आप सफल होना चाहते हैं तो असफलता के बीजों को फेंक दें यानि के असफलता के बारे में सोचना और बाते करना छोडकर सफलता के बारे में सोचने लगें, विश्वास करें की आप सफल होंगे, और उसी के बारे में बोलें.



खुद के बारे में बोलें, सोचें और विश्वास करें की मैं बेहतर और बेहतर हो रहा हूँ, हर दिन मैं पहले से बेहतर बन रहा हूँ, आज मैं पहले से ज्यादा खुश हूँ, पहले से ज्यादा अपनी सफलता के नजदीक हूँ, पहले से ज्यादा स्वस्थ हूँ, पहले से ज्यादा आत्मविश्वासी हूँ, पहले से ज्यादा दयालु हूँ, पहले से ज्यादा सकारात्मक हूँ, मैं हर दिन हर प्रकार से बेहतर, और बेहतर होता जा रहा हूँ,



आपका दिमाग एक मैगनेट की तरह है। अगर आप ब्लेसिंग्स के बारे में सोचेंगे तो आप ब्लेसिंग्स को आकर्षित करेंगे। अगर आप समस्याओं के बारे में सोचेंगे तो आप समस्याओं को आकर्षित करेंगे। हमेशा अच्छे विचारों के बारे में सोचें और हमेशा सकारात्मक रहे.
                                                                                            -ब्रह्माकुमारी शिवानी


अक्सर वैसे तो विचारों पर हमारा एकाधिकार नहीं होता, कई बार हम न चाहकर भी बुरे विचारों  को सोचने लगते हैं, हम नहीं चाहते की कोई नकारात्मक विचार हमारे दिमाग में आये लेकिन विचार तो विचार हैं वो आ ही जाते हैं,



अपने शब्दों पर नियन्त्रण रखें..

कभी कभी विचारों पर हमारा नियन्त्रण नही होता लेकिन एक चीज है जिसपर हमारा पूरा नियन्त्रण हम रख सकते हैं और वह है हमारे शब्द यानि की जो हम बोलते हैं,

ये हम पर है की हम अच्छा बोलें, सकारात्मक बोलें, चाहे कई बार हमारे दिमाग में कोई नकारात्मक विचार भी आये फिर भी उन विचारों को बोलकर उन्हें जीवन न दें, क्योकि जब आप कोई बात बोलते हैं और जितनी अधिक बार बोलते हैं उसके सच होने के उतने chances बढ़ जाते हैं,




यदि आप कहते हैं मैं बहुत आलसी हूँ, मैं तनाव में हूँ, मैं बीमार हूँ, मोटा हूँ, मैं कभी फिट नहीं हो पाउँगा, कभी सफल नहीं हो पाउँगा तो आप अपने भविष्य को अभिशाप दे रहे हैं,

लेकिन जब आप कहते हैं मैं talented हूँ, मैं strong हूँ, खुश हूँ, उत्साही हूँ, healthy हूँ, Beautiful हूँ, Smart हूँ..... तो आप वही बनते जाते हैं,

अपने जीवन को अभिशापित करना बंद करें और आज से ही खुद को आशीष देना सुरु करें, खुद के लिए सकारात्मक बाते बोलना सुरु करें,



 मेरी एक classmate थी जब भी कोई उसे पूछता की तुम कैसी हो तो उसका एक ही जवाब होता मैं बहुत परेशान हूँ, मैं हमेशा बीमार रहती हूँ, कोई बात आती तो वह कहती, दूसरों ने तो होना ही है ताकतवर, मैं तो खाना भी कम खाती हूँ इसलिए काफी कमजोर भी हूँ,

 किसी भी बात पर वह कहती मेरे घर की स्थिति भी अच्छी नही है, जबकि हर चीज में उसकी स्थिति बेहतर थी लेकिन उसने खुद को 'बेचारा' मान लिया जिससे धीरे-धीरे वह वैसे ही बनती गई, बीमार रहने लगी और अंदर से निराशावादी होती गई, अब वह अक्सर बीमार ही रहती है और हर बात के लिए दूसरों को दोष देती है,



दोस्तों कई बार हम कुछ अच्छा मह्सूस नहीं करते, हमे लगता है हमे थकान या तनाव है या हम थोड़े खुद को कमजोर या बीमार महसूस करते हैं, कई बार यह किसी कारण दिमाग की स्थिति हो जाती है और हम कुछ समय इसे रोक नही पाते,

लेकिन ध्यान रहे गलती से भी इन्हें अपनी जुबान पर न लायें इन्हें बोलने की गलती ना करें क्योंकि जब आप ऐसे शब्दों को बोलते हैं तो इन्हे ऑक्सीजन देने का काम करते हैं,


जब वो नकारात्मक शब्द बार बार बोले जाते हैं तो उनकी जड़ों को बार बार पोषण मिलता हैं और उनके लक्षण धीरे धीरे बड़े होने लगते हैं और फिर आप वही बन जाते हैं जो आप बोलते हैं,



यही सकारात्मक बाते बोलने पर भी होता है, जब आप कोई अच्छी बात खुद के लिए बोलते हैं तो वह भी धीरे-धीरे सच होने लगती है, 



एक लड़की को जानती हूँ, जो अपने हर दिन की सुरुआत हमेशा खुद के लिए अच्छी बाते कहकर करती है , जैसे वह खुद को कहती है, - मैं बहुत एक्टिव हूँ, बहुत Intelligent हूँ और स्वस्थ हूँ, जब भी वह घर से काम के लिए निकलती तो आईने में देखकर मुस्कराते हुए कहती आज तो तुम बहुत ही खूबसूरत लग रही हो, आज का दिन मजेदार होने वाला है,

ये बाते उसे दिन भर ऊर्जा देने का काम करती हैं, और वह दिन भर वैसे ही दिखती है जैसे वह खुद को कहती है, सच्चाई तो यह है की आज भी वह अपनी उम्र से 10 साल जवान दिखती है,

यह एक Affirmation है जिसमे खुद के दिमाग को सकारात्मक रखा जाता है,

how I use Affirmation for positive mindset in hindi/Affirmation in hindi




दोस्तों आप अपने जीवन को आशीषित कर रहें हैं या श्रापित कर रहें हैं?

नकारात्मक बातें आपको अपने सुनहरे भविष्य को पाने से रोक सकती हैं, नकारात्मक शब्दों को बोलने की गलती ना करें जब आप उन्हें नहीं बोलते तो धीरे-धीरे ये दम तोड़ने लगते हैं और अंत में नष्ट हो जाते हैं,

खुद को सकारात्मक बातें बोलना सुरु करें और अपने भविष्य के लिए सकारात्मक बीजों का चुनाव करें, बार बार अच्छी बाते बोलकर आप उन्हें पोषण दें उन्हें आक्सीजन दें फिर वे फलने फूलने लगेंगे और एक दिन वही आपकी सच्चाई बन जायेंगे,



खुद के बारे में अच्छी बातें कहें.....

खुद से कहें, मैं Young हूँ, स्वस्थ हूँ, Good looking हूँ, बुद्धिमान हूँ, आत्मविश्वासी हूँ, सुंदर हूँ, मैं एक विजेता हूँ, खुश हूँ, मैं सफल हूँ, मेरा काम अच्छा चल रहा है, मेरे रिश्ते खूबसूरत हैं, मैं काम के प्रति Passionate हूँ, मैं अपना जीवन मजे से जी रहा हूँ, मेरा भविष्य सुनहरा है, etc....




संदीप महेश्वरी के अनुसार - आप दूसरों को खुद के बारे में क्या बोलते हैं इससे कोई फर्क नहीं पड़ता, लेकिन आप खुद से अपने बारे में जो बाते करते हैं वही आपके जीवन में सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है.


आपके शब्द आपकी सच्चाई बन जायेंगे, अब खुद के लिए नकारात्मक बाते कहना बंद करें और अच्छी बातें कहना सुरु करें, आप जो बातें लगातार बार-बार बोलते हैं, वह आपके विश्वास को बुलंद करती हैं, और आप वही बन जाते हैं जो आप खुद के बारे में बोलते हैं.

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