expr:class='"loading" + data:blog.mobileClass'>

Sunday, February 11, 2018

समृद्धि/अमीरी की मानसिकता बनाये/ ameeri ki mansikta banaye


                       

"कोई चीज लोहे को नष्ट नहीं कर सकती लेकिन इसका खुद का जंग कर सकता है, इसी प्रकार किसी व्यक्ति को कोई बर्बाद नहीं कर सकता लेकिन उसकी खुद की मानसिकता कर सकती है."
                                                                                                    - रतन टाटा



दोस्तों हर कोई सफल होना चाहता है, हर कोई अमीर बनना चाहता है, दरअसल यहाँ पर अमीरी का मतलब केवल पैसे से अमीर होना नही हैं बल्कि किसी भी योग्यता या गुण से अमीर होना हैं, मेरे हिसाब से हर किसी को अमीर बनने का पूरा अधिकार है और हर किसी को इसके लिए पूरे सामर्थ्य से प्रयास करना चाहिए.



         लेकिन लेकिन लेकिन.......




अधिकतर लोग अमीर तो बनना चाहते हैं खासकर पैसे से अमीर, लेकिन पैसे से अमीर लोगों से नफरत करते हैं, मुझे समझ नही आता, आखिर क्यों ? 

आखिर क्यों अगर देश में या कहीं भी कोई फैसला अमीरों के खिलाफ हो तो कुछ लोग खुश हो जाते हैं और अगर उनके पक्ष में हो तो वही लोग गुस्से और नफरत से भर जाते हैं, 

अधिकतर लोग अमीर लोगों को शक की नजर से देखते हैं उन्हें लगता है की हर कोई गलत तरीकों से अमीर बना है और किसी भी अमीर आदमी के बारे में कोई भी अफवाह फ़ैल जाय तो सब उसके खिलाफ हो जाते हैं और तरह तरह की गलत बाते करने लगते हैं. 





अपनी मानसिकता बदलें -

हो सकता है कुछ लोग तुक्के से या गलत तरीकों से अमीर बने हों लेकिन इन लोगों का प्रतिशत कितना होगा 1%, २%, 5%, ज्यादा से ज्यादा 10%, बाकि के 90% अमीर लोगों ने तो मेहनत ही की है न, उन्होंने या उनके माता पिता ने कड़ी मेहनत करके ही वह मुकाम हासिल किया है, तो उनकी मेहनत की सराहना करने और  उनसे सीखने के बजाये हम क्यों उनके विरोधी बन जाते हैं,




हमे अमीर लोगों से कुछ न कुछ फायदा होता ही है जैसे humour से अमीर लोगों से हमे हंसी मिलती हैं, प्रेरक लोगों से अच्छे करने की प्रेरणा, ख़ुशी से अमीर लोगों से ख़ुशी, अच्छे खिलाडियों से मनोरंजन होता है, आदि किसी भी क्षेत्र में कोई व्यक्ति संपन्न होता है तो उससे दूसरों को भी लाभ होता है.  






जैसे जितने भी उद्योगपति हैं वे लगभग सभी पैसे से अमीर होते हैं, और उनके उद्योगों में और कंपनियों में लाखों, करोड़ों लोगों को नौकरियां मिली हैं, करोड़ों लोगों के परिवार निर्भर हैं, लगभग सभी लोग उन उद्योंगों  में उत्पादित सामान को खरीदकर अपनी जरूरतें पूरा करते हैं यकीनन इससे उनका भी फायदा होता है लेकिन हमारा भी तो होता है, 

जरा सोचिये यदि हमारे देश में कोई भी अमीर आदमी, कोई भी उद्योगपति न होता तो हमारा जीवन कैसा होता, हर चीज के लिए हमे विदेशों पर निर्भर रहना पड़ता, और यदि विदेशों में भी कोई अमीर न होता तो यह दुनिया कैसी होती. यकीनन समाज, देश व दुनिया के विकास में हर किसी का अपना रोल है अत: हम सभी को किसी न किसी क्षेत्र में समृद्ध अवश्य होना चाहिए. 



आपके जितने भी रोल माडल होंगे वे किसी न किसी क्षेत्र में समृद्ध अवश्य होंगे, और अपनी मेहनत से ही उस मुकाम पर पहुचें होंगे.




क्या M.S. धोनी, मार्क जुकरबर्ग, स्टीव जॉब्स, जैक मा, कपिल शर्मा, संदीप महेश्वरी, A.P.J. अब्दुल कलाम, धीरुभाई अम्बानी आदि.... भी तुक्के से ही उस मुकाम पर पहुचे जहाँ वे हैं या ये मुकाम उन्होंने कड़ी मेहनत से हासिल किया, 

अगर आपको उनकी मेहनत पर शक हो तो उनकी जीवनी जरूर पढ़ें, या किसी भी सफल आदमी की जीवनी उठाकर देखें आपके सारे शक दूर हो जायेंगे और उनके लिए आपके दिल में सम्मान भर जायेगा और आप उनसे जरूर प्रेरणा लेंगे.




चलो खुद को समृद्धि के लिए तैयार करें-

याद रखें आप जिसे अपनाते हैं उसी की तरफ बढने लग जाते हैं और जिससे नफरत करते हैं उससे दूर होते जाते हैं चाहे आप गरीबी अपनाये या अमीरी, ये सब आपके हाथ में ही होता है. 


आप जो विश्वास करेंगे वही बन जायेंगे, अगर आप अमीरों से नफरत करते हैं तो सीधे से आपके दिमाग में इसका गलत संकेत जायेगा, चाहे आपको पता चले या नहीं और आपका दिमाग कभी अमीर बनने के लिए न तो तैयार होगा और न ही आपके अमीर बनने में कोई मदद करेगा.






हम जो बनना चाहते हैं उसी से हमे नफरत हो तो हम वह कैसे बन पाएंगे  मुझे यकीन है आप अमीर बनना चाहते हैं. तो अपने अंदर के बिरोधाभास को खत्म कीजिये और उन लोगों का सम्मान करना सुरु कर दीजिये जो अपनी मेहनत की बल पर ऊचाई तक पहुचे हैं उनको कोसने के बजाये उनसे सीखिए उनके प्रयासों, लगातार कोशिशों और मेहनत से सीखिए. यकीनन यह सब करके आप उनका कोई फायदा नही करेंगे बल्कि अपनी ही मदद करेंगे यह सब करके आप अपने लिए समृद्धि के दरवाजे खोल रहे है. 





आजकल मैं देखती हूँ हर जगह लोग विरोधभास वाली सोच रखते हैं चाहते कुछ और हैं और करते कुछ और ही हैं, जैसे- सबको शहरों, गावों, सडकों में सब जगह सफाई चाहिए लेकिन जहाँ चाहे वहीं खुद कूड़ा फेंक देते हैं, हर किसी को देश में एकता चाहिए लेकिन खुद धर्म, जाति के नाम पर लड़ते रहेंगे, 

read..Independence day India in hindi/ Are we really Independent in hindi



हर किसी को पर्याप्त पानी चाहिए लेकिन पानी बर्बाद करते रहेंगे, देश को विश्व गुरु बनते देखना चाहते हैं लेकिन बहुत ही छोटी सोच रखेंगे, हर रोज सोशल मीडिया पर ढेर सारे Motivational मैसेज शेयर करेंगे लेकिन उनमे से खुद एक भी नही अपनाएंगे, ऐसे बहुत से उदाहरण देखने को मिलते हैं.



   

"मानसिक उपलब्धि पहले आती है उसी के बाद भौतिक उपलब्धि आ सकती हैं"      
                                                                                                        - जोसेफ मर्फी 


आपको सबसे पहले मानसिक रूप से खुद को सफलता के लिए तैयार करना होगा, आप जब तक अपने दिमाग व मन को सफलता और अमीरी के लिए तैयार नहीं करते आप सफलता या अमीरी से दूर ही रहेंगे.





दोस्तों हम जिसे अपनाते हैं वही बन जाते हैं, तो फिर क्यों न समृधि अपनाई जाये, क्यों न खुद को थोड़े से में ही संतुष्ट रखने के बजाये बहुतायत चुना जाये, समृद्ध लोगों की आलोचना करने के बजाए उनसे कुछ सीखा जाय, उनके प्रयासों, मेहनत, कुछ अलग करने का जज्बा, धैर्य, साहस, दृढ संकल्प और समर्पण आदि गुणों से सीखा जाय. 

यकीनन अमीर और सफल लोगों का सम्मान करने मात्र से आप सफल या अमीर नहीं हो जायेंगे लेकिन आपके सफल होने का दरवाजा और उस दिशा में बढने का दरवाजा अवश्य खुल जायेगा फिर आप अपने सही निर्णय, विश्वास, मेहनत, लगन, दृढ संकल्प आदि के द्वारा सफलता हासिल कर सकते हैं.  





Conclusion

याद रखें  समृद्धि/अमीरी का मतलब केवल पैसे से नहीं हैं, बल्कि समृद्धि/अमीरी का अर्थ किसी भी क्षेत्र में बहुतायत हासिल करना हैं जैसे- बहुत अधिक खुसी, सम्मान, प्रेम, धन, सफलता, परिवार का प्रेम, अच्छे विचार आदि, जिस भी क्षेत्र में आप समृद्धि हासिल करना चाहते हैं इसके लिए उन लोगों के बारे में पढ़ें, सुने और जाने जो यह सब पहले ही हासिल कर चुके हैं.    


दोस्तों इस पर यदि आपके कोई विचार हैं, या आप इसमें कुछ जोड़ना चाहते हैं या किसी बात से सहमत नहीं हैं तो अपने comment में लिखे. 

      


यह भी अवश्य पढ़ें---

2.क्या है आज के युवा की सबसे बड़ी समस्या


No comments:

Post a Comment