expr:class='"loading" + data:blog.mobileClass'>

Sunday, October 8, 2017

how to be happy always in hindi

How to be happy always/ हमेशा खुश कैसे रहें part 1


Happiness is not something you postpone for the future; 
it is something you design for the present.  
                                                                         -
"ख़ुशी कोई ऐसी चीज नहीं हैं जिसे आप भविष्य के लिए टालें,
 यह एक एसी चीज है जिसे आप आज के लिए डिजाइन करें."
                                                              - Jim Rohn 



                                          

    आंतरिक तौर पर आनंद महसूस करना ही ख़ुशी है, जब आपका दिल खुसी से झूम रहा हो, चेहरे से ज्यादा दिल मुस्करा रहा हो, कोई भी परेशानी आपकी ख़ुशी को कम न कर सके और आप हर पल का आनंद महसूस कर रहे हो तो समझो आप खुश हैं. अक्सर अच्छे समय में तो हर कोई खुश रह सकता है लेकिन हर समय चाहे अच्छा समय हो या बुरा, कैसे खुश रहा जाये, यह जानना बहुत जरूरी है. 




    जिंदगी में खुशियाँ कौन नही चाहता, जिंदगी में खुशिया आती जाती रहती हैं, लेकिन इन्सान जब खुशियां होती हैं तो बहुत खुस हो जाता है और जब कोई समस्या आती है तो दुखी हो जाता है. लेकिन हमेशा खुस रहना इन्सान का हक है और उसे हमेशा खुस रहना चाहिय,  क्योंकि यह जिन्दगी दुखों के लिए बहुत छोटी है, कई बार हम उन चीजो के लिए भी दुखी हो जाते हैं जिनके कोई मायिने नही होते, जैसे हमारी 2% marks कम आ गये, उसने मुझसे गस्से में क्यों बोला, मेरे 100 रूपये खो गये etc.. इस तरह की छोटी-छोटी बातो के लिए हम अपनी खुशियों को खो देते हैं, जरा सोचिये 10 साल बाद इन सब चीजो के क्या मायिने हैं, इन चीजो के 10 दिन बाद भी कोई खास मायिने नही होंगे फिर भी इस तरह की छोटी छोटी बातो से कुछ लोग तो हमेशा ही दुखी और तनाव में रहते हैं और तनाव में रहना उनकी आदत ही बन गयी होती है. दोस्तों इस तरह की छोटी-छोटी चीजों की परवाह करना बंद करें क्योंकि ये छोटी छोटी बाते ही आपको हमेशा दुखी रखती हैं, इनमें खुशियाँ ढूंढे, दुःख नहीं, क्योंकि जो होता हैं अच्छे के लिए ही होता है. 



आइये जानते हैं कैसे आप हमेशा खुस रह सकते हैं--



खुद  से प्यार करें—


खुस रहने के लिए बहुत जरूरी है कि हम अपने आप से प्यार करें, अपनी पर्सनालिटी से, अपने शरीर से, अपने चेहरे से, अपनी  मुस्कराहट से, अपनी योग्यता से, हर वो चीज जो आपमें है उससे प्यार करें, खुद का सम्मान करें, खुद को स्वीकार करें, खुद में आत्मविश्वासी हों, खुद से पूछे कि मै कौन हूँ? फिर आपको जवाब मिलेगा आप एक बहुत शक्तिशाली व्यक्ति हैं, क्या आप जानते हैं एक रिसर्च में सामान्य मनुष्य की कीमत लगाई गई जो की 7 अरब डालर थी, इसमे आपके बॉडी पार्ट, दिमाग, talent  आदि की कीमत सामिल है, तो सोचिये दोस्तों आप पर प्रकृति ने 7 अरब डालर का निवेश किया है, तो आप खुद को कमतर कैसे समझ सकते हैं.



    Brain Tracy की बुक के अनुसार हमारे दिमाग में 100 बिलियन ब्रेन सेल्स होते हैं यदि कोई व्यक्ति हर सेल्स प्रयोग कर सके तो वह, ब्रह्मांड में जितने भी अणु हैं उससे ज्यादा Idea generate कर सकता है. इसका मतलब आपमें योग्यता की कोई कमी नही है, कमी है तो उस योग्यता को पहचानने की.



    अपने विचारों को स्वतंत्र रखें, छोटी छोटी बातों से उन्हें बांधकर न रखें. खुद से कहें ‘I am the best’, यह अपने अंदर से महसूस करके बार-बार बोलें, अपने अस्तित्व के लिए खुस हों, हमेशा सोचे कि मैं कुछ बड़ा करने के लिए ही इस दुनिया में आया हूँ. याद रखें आपके अंदर महानता के बीज हैं जो आपको इस दुनिया पर छाप छोड़ने के लिए छटपटा रहें हैं आपको इन बीजो यानि योग्यताओं को पहचानना होगा  और कुछ महान करने के लिए इनका इस्तेमाल करना होगा. 



    दोस्तों कभी भी दूसरों से अपनी तुलना ना करें, ना ही दुसरो जैसा बनने की कोशिस करें, यह दुःखों का सबसे बड़ा कारण है, हर व्यक्ति अपने आप में unique होता है, आपके जैसा दुनिया में कोई दूसरा नही है, जो योग्यताये आपमें हैं शायद वो दूसरों में न हों, अत: आप जैसे हैं perfect हैं, आपके पास unique personality है, unique face, unique smile है और भी बहुत कुछ, अत: दुसरो से आप कई चीजों में बेहतर हैं, अत: खुद जैसा बने दुसरो जैसा नहीं क्योंकि उनके जैसा बनने के चक्कर में आप उनके जैसा तो नही बन पायेंगे लेकिन खुद तो जरूर खो देंगे.


 एक कहानी के द्वारा इसे समझते हैं-




story- एक बाघ का बच्चा था, वह अपनी माँ के साथ बहुत खुस था और उससे जिंदगी जीने के नये नये गुर सीखता, एक दिन उसने एक हाथी को देखा, उसने देखा की हाथी कितना ताकतवर होता है वो किस प्रकार बड़े-बड़े पेड़ तोड़ देता है, उसने सोचा अगर मैं भी हाथी जैसा बन जाऊ तो मैं भी ताकतवर हो जाऊँगा, उसने अपनी माँ से छुपकर हाथी का पीछा करना सुरू किया उसने देखा हाथी किस प्रकार पेड़ो के तने, पत्तियां, टहनियां खा रहा है, तो उसने भी यही खाना सुरू कर दिया और मांस खाना छोड़ दिया, वह हर प्रकार से हाथी जैसा बनने की कोशिस करने लग गया, उसने हाथी जैसा बनने की बहुत कोशिस की लेकिन उसके लिए यह सब मुमकिन नही था, वह गलत खाने के कारण बीमार हो गया उसकी माँ भी उसके साथ नही थी और वह शिकार करना भी नही सीख पाया था, जिससे बीमारी, भूख और थकान के कारण उसकी मृत्यु हो गयी.




   दोस्तों इसी प्रकार जो लोग दुसरों जैसा बनने की कोसिस करते हैं उनका हाल भी यही होता है, हर किसी में अलग योग्यताएं होती हैं, अत: अपनी योग्यताओ को पहचाने, और उन योग्यताओ और आंतरिक ख़ुशी के अनुसार अपना काम चुने, इसी में आप खुश रह पायेंगे, हर कोई जानता है हाथी का अपना वजूद है और बाघ का अपना. हर क्षेत्र में अनेक अवसर हैं आप अपनी योग्यताओ और ख़ुशी ध्यान में रखकर कोई भी करियर चुन सकते हैं कोई भी क्षेत्र एसा नही जिसमे किसी ने उच्च स्तर हासिल नही किया हो, अत: दुसरो जैसा बनने के चक्कर में खुद को प्रताड़ित न करें. जब आप खुद से प्यार करेंगे तो आप अपने आप खुश रहने लगेंगे.

No comments:

Post a Comment