छुपी हुई शक्ति
एक लड़का था, उसे खेलने- कूदने का बड़ा शौक था, परन्तु पैरों में जन्मजात कमी के कारण वह तेज नहीं दौड़ पाता था. वह स्कूल में हर दौड़ में भाग लेता लेकिन हर बार अन्तिम स्थान पर रहता. वह बहुत प्रैक्टिस करता फिर भी तेज नही दौड़ पाता, धीरे-धीरे वह अंदर से टूटने लगा, और महसूस करने लगा कि वह कभी तेज नही दौड़ पायेगा.
हर दिन वह स्कूल से घर दौड़ के जाता ताकि उसकी दौड़ तेज हो सके. स्कूल और घर के बीच जंगल था. एक दिन वह घर जा रहा था, वह अकेला था, जंगल में अचानक उसने झाड़ियों से कुछ आवाज सुनी, पीछे मुडकर देखा तो वह चौंक उठा, उसके सामने एक भालू खड़ा था, जो बहुत गुस्से में लग रहा था, और धीरे-धीरे उसकी तरफ बढ रहा था, बिना समय गवाये वह तेजी से दौड़ने लगा, भालू भी उसके पीछे दौड़ने लगा वह और तेज दौड़ने लगा और अपनी जान बचाकर घर पहुंच गया. वह बहुत डरा हुआ था,
कुछ समय बाद जब उसने होश सम्भाला, तो उसे कुछ अच्छा महसूस हुआ, क्योंकि आज वह और दिनों की तुलना में काफी जल्दी घर पहुच गया था, और दिन उसी दूरी को वह 15 मिनट में तय करता था जबकि आज उसे मात्र 7 मिनट का समय लगा, उसके लिए यह चमत्कार से कम नही था, अब तक वह सोचता था कि वह कभी तेज नही दौड़ सकता, लेकिन आज उसे अपनी असली शक्ति का आभास हो गया कि न केवल वह दौड़ सकता है बल्कि वह जीत भी सकता है.
अगले ही दिन स्कूल में दौड़ की प्रतियोगिता थी, उसने प्रतिभाग किया, वह अपनी पूरी क्षमता से दौड़ा और न केवल जीता बल्कि उसने अन्य प्रतिभागियों को काफी पीछे छोड़ दिया, इस प्रकार उसने असम्भव लगने वाले काम को कर दिखाया, अब उसे अपनी छुपी हुई शक्ति का आभाश हो गया.
दोस्तों हर इन्सान के अंदर छुपी हुई शक्तियां किसी खजाने के समान होती हैं, लेकिन हम उन शक्तियों को देख नही पाते और सोचते रहते हैं की मेरे अंदर कोई योग्यता नही है, और अपने अंदर के शक्तियों के खजाने को बर्बाद कर देते है. आपने कई बार महसूस किया होगा कि आप कोई काम कई दिनों तक नही कर पाते लेकिन जब उसकी last date आ जाती है तो वही काम बहुत तेजी से करके उसे कुछ ही घंटो या मिनटों में पूरा कर लेते हैं, वह भी बेहतर ढंग से, ये हमारी अंदर की छुपी हुई शक्ति होती है जो तब बाहर निकलती है जब हमे उसकी जरूरत होती है और हम उसका इस्तेमाल करना चाहते हैं, अत: अपने अन्दर की शक्तियों को पहचाने और अपने जीवन के उदेश्य को हासिल करने में उसका इस्तेमाल करें |
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कुछ समय बाद जब उसने होश सम्भाला, तो उसे कुछ अच्छा महसूस हुआ, क्योंकि आज वह और दिनों की तुलना में काफी जल्दी घर पहुच गया था, और दिन उसी दूरी को वह 15 मिनट में तय करता था जबकि आज उसे मात्र 7 मिनट का समय लगा, उसके लिए यह चमत्कार से कम नही था, अब तक वह सोचता था कि वह कभी तेज नही दौड़ सकता, लेकिन आज उसे अपनी असली शक्ति का आभास हो गया कि न केवल वह दौड़ सकता है बल्कि वह जीत भी सकता है.
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great neha you and your thinking is beautiful
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