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Thursday, July 26, 2018

5 step to be successful in hindi/ सफलता पाने के स्टेप


     जिंदगी में सफलता कौन नहीं पाना चाहता! हर कोई अपने आप को सफलता की बुलंदियों पर देखना चाहता है, हर कोई अपने बड़े सपने पूरे करना चाहता है,


लेकिन कितने लोग होते हैं जो अपने सपनों को सच कर पाते हैं और सफलता हासिल कर पाते हैं? शायद काफी कम.


हालाँकि हर इन्सान का जन्म ही सफल जीवन जीने के लिए हुआ है, हर किसी के पास सफल बनने की पूरी सामर्थ्य, शक्ति और योग्यता होती है, जो उसे जन्म से ही मिली होती है.


कुछ लोग तो उस शक्ति का प्रयोग कर सफल हो जाते हैं लेकिन कुछ सिर्फ सफलता की तलाश में भटकते ही रहते हैं,

हर किसी के पास अलग अलग योग्यताए हो सकती हैं, अत: खुद की तुलना दूसरों से कभी नहीं करनी चाहिए, न ही दूसरों के जैसा बनने की कोशिस करनी चाहिए.


आइये जानते हैं कुछ Step जिससे आप भी सफलता हासिल कर सकते हैं....


1. अपनी रुचि और योग्यता पहचानिए

2. लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें हर दिन के छोटे लक्ष्यों में बांटे

3. जीत की मानसिकता बनाये

4. दृढ संकल्प के साथ लक्ष्य हासिल करने पर जुट जाएँ,

5. अपनी पूरी शक्ति, पूरा ध्यान व ऊर्जा एक ही लक्ष्य पर केन्द्रित करें, करो या मरो के साथ काम करें. 



1. अपनी रूचि और योग्यता पहचानिए 

हर इन्सान में कुछ न कुछ योग्यता जरूर होती है, सच कहें तो हम सब में 1 से अधिक योग्यताएँ होती हैं,



जैसे कोई व्यक्ति अच्छा singer हो सकता है, वह अच्छा painter भी हो सकता है, पढाई में भी अच्छा हो सकता है साथ ही  creative भी हो सकता है, जिससे designing में भी अच्छा हो सकता है,

अक्सर हमारे अंदर अलग अलग क्षेत्रों में टैलेंट हो सकते हैं, जिससे करियर चुनने में confusion की स्थिति पैदा हो जाती है,

तो सबसे पहले अपनी सभी योग्यताओं की लिस्ट बना ले, फिर उन योग्यताओं में से उन्हें हटा दें जिनमे आपकी कोई खास रूचि नहीं है,

जैसे आप अच्छी पेंटिंग बना लेते हैं लेकिन आपको पेंटिंग करने में कोई खास मजा नहीं आता, तो इसे लिस्ट से हटा दें,


अब उन क्षेत्रों को हटा दें जहाँ सफल होने की सम्भावना बहुत कम है या नहीं के बराबर है, जैसे हो सकता है आपको क्रिकेट में बहुत रूचि हो और आप अच्छा क्रिकेट खेल लेते हों,

लेकिन आस पास देखिये कितने लोग हैं, जो क्रिकेटर बनना चाहते हैं, और पूरे देश में कितने लोग होंगे जो क्रिकेटर बनना चाहते होंगे, शायद लाखों या करोड़ों.

मूवी like M. S. Dhoni देखकर शायद आप क्रिकेटर बनने के लिए प्रेरित होंगे लेकिन खुली आँखों से सच्चाई देखने की कोशिस करें,

इसी तरह के अन्य क्षेत्र सिंगिंग, dancing, acting आदि भी हैं जहाँ हद से ज्यादा competition है (हा यदि आपमे एक्स्ट्रा ordinary टैलेंट है तो फिर आपको अवश्य उस दिशा में करियर के बारे में सोचना चाहिए.)

जिन क्षेत्रों में भविष्य में सफल होने की समभावना न के बराबर है उन्हें हटा दें,

अब आपके पास कुछ option बच जाते हैं उनमे से जिस काम को करने के लिए आप सबसे ज्यादा उत्सुक हों, खुश हों, और आपकी परिस्थितियाँ जिसके अनुकूल हों (या आप अपनी परिस्थितियाँ अनुकूल बना सकते हों) तथा आपका भविष्य ज्यादा bright हो, उस करियर को चुन सकते हैं.

ध्यान रहे आप जो भी काम चुने पूरे मन से चुने, क्योंकि अब आपको उसी पर फोकस करना है, हर चुनौती के लिए तैयार रहें,




2. लक्ष्य निर्धारित करें और उन्हें हर दिन के छोटे लक्ष्यों में बांटे


योग्यता और रूचि के आधार पर आपने जो करियर चुना, अब आपको उसी के आधार पर अपना लक्ष्य निर्धारित करना चाहिए,

याद रहे आपके लक्ष्य स्पष्ट और प्रेरक होने चाहिए, स्पष्ट का अर्थ है आप किसी निश्चित लक्ष्य को, निश्चित कितने समय में हासिल करना चाहते हैं,

बड़े लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आपको लक्ष्यों को हर दिन, सप्ताह या महीने के छोटे लक्ष्यों में बाँटना चाहिये,

साथ ही लक्ष्यों को लिख लें, लिखने पर आपको लक्ष्य बार- बार दिखते हैं और आप उन्हें याद रख पाते हैं.

लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आपको क्या- क्या काम करना है उसे भी लिख लें, और खुद से हर रोज पूछना चाहिए की मैं अपने लक्ष्य हासिल करने के लिए क्या कर रहा हूँ.





3. जीत की मानसिकता बनाये 

 'मन में जो बोयेंगे वही उगेगा.'

आपकी मानसिकता सकारात्मक होनी चाहिए, कि मैं अवश्य सफल होऊंगा, मैं जीतने के लिए पैदा हुआ हूँ, 

इस काम में मुझे अवश्य सफलता मिलेगी, मैं दुनिया पर अपनी छाप छोड़ने के लिए पैदा हुआ हूँ, मेरे अंदर
अथाह शक्ति, क्षमता और ऊर्जा है जिससे किसी भी समस्या का समाधान करना मेरे लिए बहुत आसान है.


अपनी मानसिकता को पूर्णत: सकारात्मक बना दें, बीते हुए वक्त में यदि आप खुद के बारे में नकारात्मक रहें हो तो अब सकारात्मक आत्म छवि बनाने का वक्त आ गया है,

'मनुष्य अपनी पुराणी सोच का ही परिणाम है, और आने वाले समय में वह आज की सोच का परिणाम होगा.'                                             
लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं ये मत सोचें, आप खुद के बारे में अच्छा सोचें,

ईश्वर ने आपके अंदर महानता के बीज डालें हैं, कुछ महान करने के लिए आपको चुना है, अपने महनता के बीजों को पोषण दें,

आप दुनिया पर अपनी छाप छोड़ने के लिए तैयार हो जाएँ,


नकारात्मक बातें -जैसे मैं नहीं कर पाऊंगा, मैं कई बार असफल हो चुका हूँ, मैं कोई भी काम करूं असफल ही रहता हूँ, मैं किसी काम में अच्छा नहीं हूँ इस तरह की नकारात्मक मानसिकता को खत्म कर दें,

ये सोचने के बजाय की, मैंने सुरु किया और मैं असफल रहा तो क्या होगा, ये सोचें की मैंने सुरु किया और मैं सफल हो गया तो क्या होगा.

विश्वास करें की आप अवश्य सफल होंगे, जितना बड़ा विश्वास होगा सफलता भी उतनी ही बड़ी होगी.

आप जितना विश्वास करेंगे उतना ही आपको मिलेगा.

'जो विश्वास करता है उसके लिए सब सम्भव है'   -     बाइबल




4. दृढ संकल्प 

जब आप किसी काम को पूरा करने की ठान लेते हैं, तो आप उस काम में अवश्य सफल होते हैं,

जब आप ठान लेते हैं कि आपको सुबह 5 बजे उतना ही  है तो आप उठते है, जब आप ठान लेते हैं की आपको वाक पर जाना है तो आप जाते ही हैं,

जब आप ठान लेते हैं की आपको किसी जगह सही समय पर पहुचना ही है तो आप पहुचते हैं, तब कोई भी चीज आपको नहीं रोक सकती.

दृढ संकल्प में बड़ी ताकत होती है, यह हमारे दिमाग के सारे Confusion को खत्म कर देता है, और तब हम दृढ हो जाते हैं की जो काम करना है तो करना ही है और जो नहीं करना तो नहीं करना.

इसी प्रकार जब आप निश्चय कर लेते हैं की मुझे अपने लक्ष्य हासिल करने हैं तो करने हैं, मुझे सफल होना है तो होना है,

फिर 100 असफलताओं के बाद भी आप हार नहीं मानते और लगातार कोशिस करते रहते हैं और अंत में आप जीत जाते हैं,

अत: अपने लक्ष्य पाने के लिए दृढ संकल्प कर लें, कुछ भी हो जाये आपको अपना लक्ष्य हासिल करना है तो करना ही है.




5. समस्त शक्तियाँ सिर्फ एक लक्ष्य पर केन्द्रित करें

अब अपना पूरा ध्यान, समस्त शक्तियां व ऊर्जा सिर्फ एक लक्ष्य पर केन्द्रित करें. अपने एक ही लक्ष्य पर पूरी तरह समर्पित हो जाएँ,

आपको किसी और लक्ष्य के बारे में नही सोचना, सिर्फ और सिर्फ एक लक्ष्य, दिमाग की सारी शक्तियाँ एक अटल लक्ष्य पर केन्द्रित करें,

अपनी समस्त शक्तियों को जब आप एक ही लक्ष्य पर केन्द्रित करते हैं, तो वह उसी लैंस की तरह ताकतवर हो जाता है, जो धूप में स्थिर रहकर कागज को जला देता है.

आपकी शक्तियाँ धूप की तरह हैं और आपकी एकाग्रता, स्थिर लैंस की तरह, और फिर इन दोनों के Combination से आप असम्भव को भी सम्भव कर सकते हैं,

लेकिन लक्ष्य से बार बार भटकाव आपको जिन्दगी से भटका देगा, 

अत: एकाग्रचित होकर अपने लक्ष्य को पाने में जुट जाएँ, अवश्य ही जीत आपकी होगी.


निष्कर्ष --

दोस्तों जिन्दगी में कुछ भी असम्भव नहीं होता है, जो किसी और ने किया वह आप भी कर सकते हैं, या कुछ ऐसा भी कर सकते हैं जो अब तक किसी और ने नहीं किया हो,

आपको अपना नजरिया बदलने की जरूरत  है, थोडा और कोशिस करने की जरूरत है, दृढ़ता से अपने काम में जुट जाने की जरूरत है खुद पर विश्वास करने की जरूरत है, फिर जीत आपकी अवश्य होगी.


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Wednesday, July 18, 2018

Power of positive and negative labels in hindi / remove negative labels


      दोस्तों आज मैं आपसे लेबल्स के बारे में बात करना चाहती  हूँ, लेबल्स वो शब्द होते हैं जो दूसरों द्वारा आपको कहे जाते हैं और आप उन पर विश्वास करने लगते हैं, जैसे- तुम बुद्धिमान हो, तुम smart हो, साहसी हो या तुम बेवकूफ हो, आलसी हो, सुस्त हो आदि...


Positive and Negative Labels 
     
लेबल्स positive  और negative दोनों प्रकार के होते हैंpositive  लेबल्स जहाँ आपको आगे बढने में मदद करते हैं वहीं negative लेबल्स आपकी तरक्की में बाधा बन जाते हैं,


     दरअसल बचपन से ही दूसरों द्वारा आप पर कुछ शब्द आप पर थोप दिए जाते हैं, जो यदि पॉजिटिव हैं तो आपको आगे बढने में मदद करते हैं, लेकिन यदि negative  हैं तो जीवन भर आपको सफल होने से रोक सकते हैं, अधिकतर देखा जाता है की लोग आप पर positive की बजाये negative लेबल्स ही ज्यादा लगाते हैं, 


     अब ये आप पर निर्भर करता है कि आप negative लेबल्स को खुद पर लगे रहने देते हैं या उन्हें हटा कर आगे बढ़ते हैं, 


अल्बर्ट आइंस्टीन को उसके शिक्षकों ने मानसिक रूप से विकलांग कहा, एडिसन को मंद बुद्धि बालक कहा गया, वाल्ट डिज्नी को कहा गया की वह creative नहीं है उसके पास कोई कल्पनाशीलता नहीं है, इन पर भी लोगों द्वारा नेगेटिव लेबल्स लगाये गये, लेकिन ये सब काफी समझदार थे उनहोंने उन नेगेटिव लेबल्स को तुरंत हटा दिया, खुद पर चिपकने नहीं दिया और वो बन गये जो बनने के लिए ईश्वर ने उन्हें चुना था.




खुद पर लगे नकारात्मक लेबल्स को हटा दें 

आपको भी खुद पर लगे नेगेटिव लेबल्स को हटाना होगा, शायद किसी ने आपके बारे में कहा हो की तुम किसी काम में अच्छे नहीं हो, तुम कभी सफल नहीं हो सकते, तुम looser हो, तुम failure हो, तुम दूसरों जैसे active नहीं हो, तुम काबिल नहीं हो etc.... 



इन सब नकारात्मक बातों को खुद पर न चिपकने दें, ये आप नहीं हैं लोग आपके बारे में क्या सोचते हैं उससे कोई फर्क नहीं पड़ता, आप खुद के बारे में क्या सोचते हैं उससे फर्क पड़ता है, खुद से कहें मैं talented हूँ, मैं, unique हूँ, मैं दुनिया पर अपनी छाप छोड़ने आया हूँ, मैं साहसी हूँ, हर काम तुरंत करता हूँ और भी ऐसी ही सकारात्मक बातें खुद के लिए कहें, याद रखें जब तक आप दूसरों को permission नहीं देंगे वो आप पर कोई लेबल्स नहीं लगा सकते.




 मेरी एक दोस्त है, लोगों की नजर में उसका कद छोटा है, वो उसे चिढाने और उस पर नकारात्मक लेबल लगाने की कोशिस करते हैं, लेकिन वो बहुत ही बिंदास, हंसमुख, दृढ संकल्प और confident है, उसे कोई फर्क नहीं पड़ता कोई उसके बारे में क्या बोलता है, वह जो भी काम करती है पूरे मन से करती है और अधिकतर कामों में सफल रहती है, उसने किसी के भी नकारात्मक लेबल्स को खुद पर लगने नहीं दिया और खुद के आत्मविश्वास को हमेशा बनाये रखा.



     दोस्तों कोई आपके बारे में क्या कहता है वह आपके हाथ में नही है, लेकीन आप उस पर किस तरह की प्रतिक्रिया करते हैं वह आपके हाथ में है, 


    आपका कद, skin colour, face, smile, दिमाग सब perfect है, ईश्वर ने आपको जैसे बनाया है perfect बनाया है, आपको दूसरों जैसा बनने की जरूरत नहीं है, आप unique personality हैं, आपके जैसा कोई दूसरा नहीं ये आपकी सबसे बड़ी ताकत है, खुद का मूल्य समझें, जो लोग कहते हैं आप वो नहीं होते जो आप विश्वास करते हैं आप वो होते हैं, 


  
       अक्सर हम स्कलों में देखते हैं, जो 2, 3 स्टूडेंट पढने में अच्छे होते हैं, टीचर का पूरा फोकस उनपर ही होता है वो उन पर सकारात्मक लेबल्स लगाते हैं, इससे उन स्टूडेंट में आत्मविश्वास बढ़ता है और वे आगे भी अच्छा प्रदर्सन करने में कामयाब रहते हैं, ये अच्छी बात है...


      लेकिन कुछ स्टूडेंट जो क्लास में सबसे कमजोर समझे जाते हैं, उनपर लगातार नकारात्मक लेबल्स की बौछार की जाती है, उन्हें बताया जाता है की वे क्या नहीं बन सकते, क्या नहीं कर सकते, 



यकीनन उनमे भी कोई ऐसी योग्यता जरूर होगी जो किसी दुसरे में नहीं हो, यदि उनकी योग्यता की तारीफ की जाये तो वो भी क्लास के सबसे होनहार स्टूडेंट बनने के काबिल हो सकते हैं, शायद पढाई में न सही किसी न किसी काम में वे दूसरों से बेहतर अवश्य होंगे,


 लेकिन लगातार उनका मनोबल तोडा जाता है और उन पर सुस्त, बुद्धू, मुर्ख, idiot जैसे लेबल्स लगाये जाते हैं, और यही लेबल्स कई बार उनकी पूरी जिन्दगी उनका साथ नहीं छोड़ते, उनकी natural intelligence कभी भी बाहर नही आ पाती. और वो कभी भी वो नही बन पाते जो बनने के लिए ईश्वर ने उन्हें इस दुनिया में भेजा था.




    

  हो सकता है आप पर भी बचपन में नकारात्मक लेबल्स लगा दिए गये हों और आज भी वही लेबल्स आपको सफल होने से रोक रहें हों,


 तो अब वक्त आ गया है उन negative लेबल्स को हटा देने का, उन्हें अपनी जिन्दगी से बाहर फेंक देने का और कुछ अच्छे positive  लेबल्स अपनाने का.


खुद को पहचाने 

आप वो नही होते जो लोग कहते हैं, आप वो होते हैं जो ईश्वर ने आपको बनाया है, और उन्होंने आपको स्मार्ट, intelligent, मेहनती, दृढ संकल्प, साहसी, योग्य बनाया है. अब आगे बढ़ें और इस दुनिया पर अपनी छाप छोड़ दें.



   ध्यान रहे कई बार ये कोई और लोग नहीं होते जो आप पर नेगेटिव लेबल्स लगाते हैं, कई बार ये आपके ही विचार होते हैं जो आप past में experience करते हैं, उन्ही के आधार पर आप खुद को नकारात्मक बाते बोलने लगते है, जैसे मैं बोरिंग हूँ, मोटा हूँ, lazy हूँ, सुस्त हूँ, मैं failure हूँ, मैं stupid, short या unlucky हूँ, etc....


खुद के बारे में नकारात्मक बातें करना बंद करें और खुद पर सकारात्मक लेबल्स लगाना सुरु करें, जैसे - 

मैं intelligent हूँ, मैं beautiful हूँ, मैं समझदार, आकर्षक, साहसी, प्रसन्नचित हूँ, मैं bright, genius, brilliant, handsome, creative, smart, peaceful, 
committed, confident,  friendly,  helpful, honest, positive ,  strong और unique हूँ.



दोस्तों इसी प्रकार की सकारात्मक बातें अपने घर के बच्चों और स्टूडेंट्स के बारे में भी बोले, उन पर सकारात्मक लेबल्स लगायें. ये बच्चे भविष्य में वही बनेंगे जो आज आप उनके बारे में बोलेंगे, यदि आज हर बच्चे के लिए इसी प्रकार के सकारात्मक विचार बोले जाये तो आने वाले वक्त में हमें ज्यादा होनहार और आत्मविश्वास से भरे हुए युवा मिलेंगे.



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समृद्धि/अमीरी की मानसिकता बनाये/ ameeri ki mansikta banaye



Tuesday, July 10, 2018

Success formula Don't Tell your secrets in hindi/ अपने रहस्य छुपाकर रखें

                     Don't let people know too much about you



    दोस्तों हर इन्सान की अपनी खूबियाँ और खामियां (strength and weakness) होती हैं, लेकिन आज के समय में अधिकतर लोगों की आदत बन गई है की वे अपनी तो सिर्फ खूबियाँ देखतें हैं जबकि दूसरों की केवल कमियों को ढूंढते रहते हैं, यहाँ तक की किसी अच्छे इन्सान में भी वे 100 कमियां निकालने से नहीं हिचकते.

    

      ऐसे में यदि आप दूसरों के सामने खुली किताब की तरह रहेंगे तो वे आपकी अच्छाईयों और कमियों को अच्छे से समझ जायेंगे, वे आपकी अच्छाईयों का फायदा उठाएँगे और आपकी कमियों का ढिंढोरा पीटेंगे, 

     देखिये सारे लोग बुरे नहीं होते, लेकिन बहुत से लोग होते हैं जो खुद कुछ नया करने से डरते हैं, वे मेहनत नहीं करना चाहते, वे आलसी बने रहते हैं, वे काम को टालते रहते हैं, वे अपने घंटों टीवी, सोशल मीडिया, नींद में व खाने पीने में बर्बाद कर देते हैं, ऐसे लोग न खुद आगे बढने के लिए मेहनत करते हैं न दूसरों को आगे बढ़ते हुए देख पाते हैं, इनके अंदर जलन की भावना भी पैदा होने लगती है और ये हर सम्भव प्रयास करेंगे की दूसरा इन्सान भी सफल न हो सके,


     फिर यदि ऐसे लोग आपके बारे में बहुत कुछ जानते हैं तो वे आपकी अच्छाईयों का फायदा उठाएंगे और  हर सम्भव प्रयास करेंगे की आप भी उन्ही की तरह आलसी बने रहें, और आगे बढने की कोशिस न कर सकें, यदि आप फिर भी आगे बढ़ते रहतें हैं तो वे आपकी कमियों का फायदा उठाएंगे आपको नीचा दिखायेंगे, और आपको अपने स्तर तक नीचे खींचने की हर सम्भव कोशिस करेंगे, 


    दोस्तों ऐसे लोगों से बचने का एक ही तरीका हैं की ऐसे लोगों से जितना हो सके दूर रहें, किसी भी इन्सान को चाहे वह कोई खास ही क्यों न हो, खुद के बारे में जरूरत से ज्यादा न जानने दें, 


     अपनी सफलता की योजनाओं को secret रखें, हर किसी को बताते न फिरें, केवल उन लोगों से आप इन्हें discuss कर सकतें है जो आपको लगे की आपको प्रोत्साहित करेंगे  व आगे बढने में आपकी मदद करेंगे, बाकि अन्य लोग आपको हतोत्साहित करने का कोई मौका नहीं छोड़ेंगे, वे आपको convince करेंगे की आप fail हो जाओगे, कि वह काम कितना मुश्किल होगा, नामुमकिन होगा, वे आपके अंदर नकारात्मकता भरने का काम करेंगे की आप वह काम सुरु ही न कर सको अत: केकड़े जैसे इन लोगों से जो खुद तो आगे नहीं बढ़ सकते दूसरों को भी बढ़ते हुए नही देखना चाहते, हमेशा दूर रहें. 





The biggest guru mantra is ; never share your secrets with anybody, it will destroy you  -- chankya 

   
     दोस्तों हर इन्सान में कुछ खूबियाँ होती हैं तो कुछ कमियां भी, आगे बढने के लिए हमे अपनी खूबियों और कमियों का अच्छे से ज्ञान होना चाहिए, जब  हमें अपना पूर्ण ज्ञान होता है तो लक्ष्य बनाना आसान हो जाता है, क्योंकि हम जानते हैं की जो योग्यताएं मेरे अंदर हैं उनसे किस तरह के लक्ष्य मैं हासिल कर सकता हूँ और जो कमियां मुझमे हैं वो किस प्रकार मेरे रास्ता रोकने की कोसिस करेंगी और मुझे किस तरह से उनसे निबटना है, इस प्रकार अपना पूर्ण ज्ञान हमें सही लक्ष्य की  तरफ ले जाता है, और हम वो हासिल कर पाते हैं, जिसे पाने के लिए हमारा जन्म हुआ है.


  अपने बारे में तो पूरा ज्ञान रखें लेकिन अपने secret हर किसी को न बताते रहें, शायद राम कभी भी रावण को नहीं मार पाते यदि विभीषण ने उन्हें रावण की मौत का रहस्य न बताया होता, आपका सबसे अच्छा मित्र कब आपका शत्रु बन जाये कोई नहीं जानता.





 कभी कभी आपके करीबी जो आपका अच्छा ही चाहते हैं, भी आपके लिए नकारात्मक हो जाते हैं, वे आपकी कमियां गिनाने लगते हैं, कभी कभी आपको मजाक में ही नीचा दिखा देते हैं वे जाने अनजाने आपका मनोबल तोड़ सकते हैं, अत: हमेशा ध्यान रहे अपने बारे में किसी को कुछ बताने से पहले सतर्क रहें,


       रंजीत नाम का एक लड़का था, कम उम्र से ही उसे शराब, सिगरेट की लत लग गई, गलत आदतों और लतों की वजह से वह रास्ते से भटकने लग गया, उसकी जिन्दगी का कोई उद्देश्य नहीं था वह पूरी तरह से बर्बाद हो गया था, जैसे जैसे वह युवा हुआ उसे अहसास हुआ की वह गलत दिशा में जा रहा है, उसने महसूस किया की वह यह सब छोडकर एक अच्छा इन्सान बनेगा और अपनी जिंदगी के उद्देश्य हासिल करेगा किन्तु जहाँ वह था वहां का वातावरण उसे बार बार याद दिलाता जो वह पहले था, वह लाख कोशिस करने के बाद भी खुद को बदल नहीं पा रहा था,

   अंत में उसने उस जगह को छोड़ दिया और कहीं और रहकर खुद को बदलना सुरु कर दिया, नई जगह उसे खुद को बदलने में आसानी हुई क्योंकि यहाँ कोई भी उसके बारे में नहीं जनता था, धीरे-धीरे वह पूर्णत: परिवर्तित हो गया, और एक अच्छा इन्सान बन गया, जो पुरानी बुरी लतों से मुक्त हो गया था, और अब वह अपने उद्देश्यों को हासिल करने की तरफ अग्रसर था.

   एक बार उसने अपने गाँव लौटने के बारे में सोचा, उसे लगा वहां जाकर हर कोई मेरे बदलाव को देखकर खुश होगा, लेकिन जैसे ही वह गाँव में घुसा, लोगों के नकारात्मक comment आने सुरु हो गए, कोई कहता; शराबी कब पहुचा, कोई कहता एक दिन में अब कितनी सिगरेट पी लेता है, कोई कहता अब कहाँ का माहौल ख़राब कर रहा है, कोई कहता बन तो ऐसे रहा है जैसे हम जानते ही नहीं तेरे बारे में,  कोई कुछ तो कोई कुछ...

     जब उसने बताया की मै अब पहले जैसा नहीं रहा, तो भी लोगों ने उसका मजाक उड़ाया, की तेरे जैसा शराबी कभी नहीं बदल सकता.

   दोस्तों जब लोग आपके बारे में जरूरत से ज्यादा जान लेते हैं तो वे आपको नीचा गिराने की हर सम्भव कोशिस करते हैं, वे आपके तरक्की के रास्ते रोकने की कोशिस करने लगते हैं और आपको असफल बने रहने के लिए मजबूर करने लगते हैं, अत: कभी भी लोगों को अपनी जिन्दगी में जरूरत से ज्यादा न घुसने दें.



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